
शादी की पवित्र परम्परा हुई शर्मसार,सामूहिक विवाह योजना में भाई बहन का सरकारी महकमें ने करा डाला विवाह
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो :- गरीब जोड़ों की शादी के लिए प्रदेश में चलाई जा रही मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जनपद में सरकारी अनुदान को हथियाने के लिए भाई ने बहन के साथ ही सात फेरे ले लिए और सरकारी महकमा लक्ष्य पूरा करने करने के लिए शादी की पवित्र परम्परा को शर्मसार करते हुए विवाह का मूक दर्शक बन नव दम्पत्ति को आशीर्वचन से नवाजते रहा। देश के अंतिम छोर पर बसे महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर ब्लाक में सामूहिक विवाह में शासन से मिलने वाले अनुदान की लालच में दलालों ने शादीशुदा बहन का चौदह फेरा उसके भाई के साथ ही लगवा दिया। मामला संज्ञान में आने से हड़कंप मच गया। बीडीओ लक्ष्मीपुर ने सेक्रेटरी को दुल्हन के घर भेज सामूहिक विवाह में शासन की तरफ से दिए गए सभी उपहार व सामान को वाहन से मंगा लिया। लक्ष्मीपुर ब्लाक में बीते पांच मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 38 गरीब परिवार के घर बेटियों की शादी कराई थी। इस सामूहिक विवाह में कन्या पक्ष को केवल आवेदन करना होता है। शादी का पूरा खर्च सरकार वहन करती है। विवाह में जोड़ों को 35 हजार रू की धनराशि भी दी जाती है जिससे वह गृहस्थी चला सकें। इसके अलावा दुल्हन को मंगलसूत्र, बॉक्स, कपड़ा आदि उपहार शासन की तरफ से नामित अफसर देते हैं। सभी विधान सभा में बड़े ही धूमधाम से सामूहिक शादी कराई जाती है।
युवती की साल भर पहले हो चुकी है शादी
सामूहिक विवाह योजना में अनुदान व अन्य कीमती उपहार को देख अब इसके तहत शादी कराने के लिए बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण करा रहे हैं। स्थिति यह है कि कई जोड़ों को औपचारिकता पूरी नहीं होने पर विवाह स्थल से लौटना पड़ता है। नौतनवा विधानसभा के लक्ष्मीपुर ब्लाक में बीते पांच मार्च को जिस युवती की शादी के लिए उसके भाई के साथ ही फेरा लगवाया गया उस युवती की शादी साल भर पहले बृजमनगंज क्षेत्र के लेहड़ा के समीप एक गांव में हुई थी। उसका पति रोजी-रोटी के चक्कर में बाहर कमाने गया है।
सामूहिक विवाह में युवती की शादी की सूचना कुछ युवकों ने उसके पति को दे दिया। फोटोग्राफ भी भेज दिया। इससे बाहर कमाने गया पति परेशान हो गया। पत्नी की सामूहिक फर्जी शादी की उसको जानकारी नहीं थी। पति ने अपने दोस्तों को सामूहिक विवाह का फोटो भेज सत्यतता की जानकारी एकत्र करने को कहा। पूछताछ में मामला उजागर हो गया। बीडीओ लक्ष्मीपुर अमित मिश्र ने सेक्रेटरी कौशलेन्द्र कुशवाहा को युवती के घर भेज सामूहिक विवाह के उपलक्ष्य में दिए गए सभी सामान को वापस मंगा लिया। मामला संज्ञान में आने के बाद सामूहिक विवाह का यह फर्जीवाड़ा मीडिया में सुर्खियां बनने लगा। अफसरों का यह है कहना
इस मामले में बीडीओ लक्ष्मीपुर अमित मिश्र का कहना है कि बहन का भाई के साथ सात फेरा लगवाने की जानकारी मिलने पर जांच कराई गई। जांच के आधार पर मामला सही मिलने पर युवती को दिए गए सभी सामान को वापस मंगा लिया गया है। अनुदान के रूप में दी जाने वाली धनराशि पर रोक लगा दी गई है। डीएम अनुनय झा ने कहा कि प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें : मनरेगा में धांधली का कमाल,खरीफ़ के मौसम में उगाई जा रही रबी की फसल